पर्यावरण पारिस्थितिकी 2020

एंटी-एयर पॉल्यूशन कैंपेन :-

  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस 5 अक्टूबर 2020 को स्वच्छ राष्ट्रीय राजधानी के लिए "एंटी-एयर पॉल्यूशन कैंपेन" नाम से एक वायु-प्रदूषण विरोधी अभियान शुरू किया।
  • इस अभियान के तहत दिल्ली शहर के सभी 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट्स के लिए अलग-अलग योजनायें तैयार की गयी हैं।
  • "ग्रीन दिल्ली" नामक एक मोबाइल ऐप का भी विकास किया जा रहा है, जो लोगों के द्वारा प्रदूषण पैदा करने वाली गतिविधियों को दिल्ली सरकार के ध्यान में लाने में मदद करेगा।

स्वच्छ वायु के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस :-

  • केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस 7 सितंबर, 2020 को नीले आकाश के लिए स्वच्छ वायु के पहले अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर एक वेबिनार की अध्यक्षता की।
  • इस दिन का उद्देश्य सभी स्तरों पर सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ाना है क्योंकि स्वच्छ हवा उत्पादकता, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
  • 19 दिसंबर, 2020 को, संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने वर्ष 2020 से शुरू करके, प्रत्येक वर्ष 7 सितंबर को नीले आकाश के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाने का संकल्प लिया था।

पीटर्सबर्ग जलवायु संवाद का 11वां सत्र :-

  • भारत सहित 30 देशों के प्रतिनिधियों ने गत 28 अप्रैल 2020 को पीटर्सबर्ग जलवायु संवाद (क्लाइमेट डायलॉग) के 11 वें सत्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया।
  • केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, प्रकाश जावड़ेकर ने पीटर्सबर्ग जलवायु संवाद में भाग लिया और जलवायु तकनीक के बारे में चर्चा की।
  • पीटर्सबर्ग जलवायु संवाद के 11 वें सत्र की मेजबानी जर्मनी ने की और यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने सह-मेजबानी की थी।

राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य :-

  • केंद्र सरकार ने 02 मार्च 2020 को मध्यप्रदेश में ‘राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य’ को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है।
  • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के त्रि-जंक्शन पर स्थित है एवं इसकी स्थापना साल 1979 में में हुआ था।
  • यह अभ्यारण्य मध्यप्रदेश के श्योपुर, मुरैना और भिंड जिलों में 435 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ हुआ है। एवं इस अभ्यारण्य का मुख्य उद्देश्य घड़ियालों की प्रजाति को संरक्षित करना तथा उनकी संख्या में वृद्धि करना है।
  • पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र, संरक्षित क्षेत्रों, राष्ट्रीय उद्यानों तथा वन्यजीव अभयारण्यों के आसपास दस किलोमीटर के भीतर के क्षेत्र हैं। इको सेंसिटिव जोन को भारत सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण एक्ट 1986 के अंतर्गत अधिसूचित किया जाता है।
  • राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्यजीव अभयारण्यों के आस-पास इको-सेंसिटिव ज़ोन के लिये घोषित दिशा-निर्देशों के अंतर्गत निषिद्ध उद्योगों को इन क्षेत्रों में काम करने की अनुमति नहीं है।

विश्व वन्यजीव दिवस :-

  • प्रतिवर्ष 03 मार्च को सम्पूर्ण देश में विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife Day) मनाया जाता है। 
  • विश्व वन्यजीव दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में वन्यजीवों की सुरक्षा तथा वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। 
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को 68वें सत्र में 03 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस घोषित किया था। 
  • वन्य जीवों को विलुप्त होने से रोकने हेतु सर्वप्रथम साल 1872 में जंगली हाथी संरक्षण अधिनियम (वाइल्ड एलीफेंट प्रिजर्वेशन एक्ट) पारित हुआ था।
  • साल 2020 का थीम ‘पृथ्वी पर सभी जीवन को बनाए रखना’ (Sustaining all life on Earth) है।